Kahin Door Mujhe Jana Hai
कहीं दूर
कहीं दूर
मुझे जाना है कहीं दूर
कोई मेरे साथ चले ना चले
कोई मेरे साथ चले ना चले
मुझे कोई साथी मिले ना मिले
पर जाना है ज़रूर
कहीं दूर कहीं दूर
जहा मेरे सपनो का प्यार पले
कोई मेरे साथ चले ना चले
मुझे कोई साथी मिले ना मिले
हो ये चाँद सितारे लागे प्यारे-प्यारे
जी चाहता है इन को छू लूं
बन के बदरिया उड़ -उड़ जाऊं
नील गगन की गोद में झूलू
पीछे छोड़ के कहाँ
मैं तो चली हु वहाँ
जहा मेरे सपनो का प्यार पले
कोई मेरे साथ चले ना चले
मुझे कोई साथी मिले ना मिले
ओह चाहे ये दुनिया रोके मेरी राहे
फिर भी मैं ना रुकने पाऊ
हर मुश्किल को गले से लगा कर
आगे -आगे बढ़ती जाऊ
मेरी मंज़िल वही
मेरा दिल भी वही
जहां मेरे सपनो का प्यार पले
कोई मेरे साथ चले ना चले
मुझे कोई साथी मिले ना मिले