Kuchh Tum Karo Kuchh Hum Karen
कुछ तुम करो कुछ हम करे
मिलजुल के कुछ गम कम करे
कुछ तुम करो कुछ हम करे
मिलजुल के कुछ गम कम करे
ओ ओ कुछ तुम करो कुछ हम करे
मिलजुल के कुछ गम कम करे
कुछ तुम करो कुछ हम करे
मिलजुल के कुछ गम कम करे
हाँ पापा वो तो समज़हे पर
भूख कैसे कम करे
वो भी मिल जल के
अच्छा पप्पू नितिन सुनो
तुम दोनों जाकर लकड़ी लाओ
अजय विजय दण्डी लाओ
अरे बिटिया हाथ बताओ
माया देवी आग जलाओ
रुखी सुखी जो भी मिले
बात के खा ले अगर
कैसी भी हो दुःख की घड़ी
हस्ते हुए जाये गुजर
साथ है जब परिवार हमारा
फिर क्यों दुःख से हम डरे
कुछ तुम करो कुछ हम करे
मिलजुल के कुछ गम कम करे
कुछ तुम करो कुछ हम करे
मिलजुल के कुछ गम कम करे
आ हाँ पापा खाना तो हो गया
अब सोने का क्या करे
अरे वो भी मिलजुल के
बक्सा लाओ साथ मिलाओ
अरे पलँग बनाओ
और सो जाओ
भैया मेरे राजा जैसे
बहना मेरी रानी जैसी
पापा मिले सबको ऐसे (पापा मिले सबको ऐसे)
मम्मी मिले सब को ऐसी (मम्मी मिले सब को ऐसी)
तुम जैसे बच्चों पे आखिर (तुम जैसे बच्चों पे आखिर)
नाज न कैसे हम करे (नाज न कैसे हम करे)
कुछ तुम करो कुछ हम करे
मिलजुल के कुछ गम कम करे
कुछ तुम करो कुछ हम करे (कुछ तुम करो कुछ हम करे)
मिलजुल के कुछ गम कम करे (मिलजुल के कुछ गम कम करे)
रूत के जो चले गए
चलो मना लाए उसे
जाने भी दो भूलो उसे
अपनों का गम न हो जिसे
ओ प्यार किया है हमने जिनको
माफ़ उन्हें भी हम करे
कुछ तुम करो कुछ हम करे
मिलजुल के कुछ गम कम करे
कुछ तुम करो कुछ हम करे (कुछ तुम करो कुछ हम करे)
मिलजुल के कुछ गम कम करे (मिलजुल के कुछ गम कम करे)
ल ल ला ला ला ला ला ला
प्यार दिल में अगर है तुम्हारे तो फिर
जान लो ये सदा जीत है
जीवन है ये क्या एक
हस्ता हुआ प्यार का ही
मधुर गीत है
पलकों के तले रहने दो
खिले जीवन के मधुर सपने
प्यार सबसे करो तुम सभी के बनो
है तुम्हारे सभी अपने