Main Hoon Ek Bazar Ki Raunaq

Laxmikant Pyarelal, Varma Malik

में हु मै हु एक बाजार की रौनक
में एक सुन्दर सपना
पैसे की गुडिया हु मुझको समझे न रे कोई अपना
उल्फ़त ले कर आओगे आओगे आओगे ठुखरा दूंगी
उल्फ़त ले कर आओगे आओगे आओगे ठुखरा दूंगी
दौलत ले कर आओगे आओगे में नैन बिछा दूंगी
उल्फ़त ले कर आओगे आओगे आओगे ठुखरा दूंगी

दीदार ले लो या इकरार ले लो
दीदार ले लो या इकरार ले लो
चाँदी की छनछन से झनकार ले लो
धर्म बेचती हूँ शर्म बेचती हूँ
में वादें मोहब्बत कसम बेचती हूँ
जितने जलवे लुटोगे लुटोगे मै आज लुटा दूंगी
बिना पैसे महफ़िल से महफ़िल से
महफ़िल से उठवा दूंगी
बिना पैसे महफ़िल से महफ़िल से
महफ़िल से उठवा दूंगी
दौलत ले कर आओगे आओगे में नैन
उल्फ़त ले कर आओगे आओगे आओगे ठुखरा दूंगी

अरमान दे दू मै तूफ़ान दे दू
अरमान दे दू मै तूफ़ान दे दू
उधर नोट चमके इधर जान दे दू
है जोके सुहाने हया के पैमाने
निगाहे सुहागन कुँवारे बहने
सारी दुनिया चाहोगे चाहोगे
तो ल के झुका दूंगी
दिल का तोहफा लाओगे लाओगे लाओगे लुटा दूंगी
दिल का तोहफा लाओगे लाओगे लाओगे लुटा दूंगी

Wissenswertes über das Lied Main Hoon Ek Bazar Ki Raunaq von Lata Mangeshkar

Wer hat das Lied “Main Hoon Ek Bazar Ki Raunaq” von Lata Mangeshkar komponiert?
Das Lied “Main Hoon Ek Bazar Ki Raunaq” von Lata Mangeshkar wurde von Laxmikant Pyarelal, Varma Malik komponiert.

Beliebteste Lieder von Lata Mangeshkar

Andere Künstler von Film score