Mere Mehboob Tujhe Meri Muhabbat

Naushad, Shakeel Badayuni

मेरे महबूब तुझे मेरी मुहब्बत की क़सम
मेरे महबूब तुझे मेरी मुहब्बत की क़सम
फिर मुझे नरगिसी आँखों का सहारा दे दे
मेरा खोया हुआ रंगीन नज़ारा दे दे
मेरे महबूब तुझे मेरी मुहब्बत की क़सम

ऐ मेरे ख़्वाब की ताबीर मेरी जान-ए-जिगर
ज़िन्दगी मेरी तुझे याद किये जाती है
रात दिन मुझको सताता है तस्सव्वुर तेरा
दिल की धड़कन तुझे आवाज़ दिये जाती है
आ मुझे अपनी सदाओं का सहारा देदे
मेरा खोया हुआ रंगीन नज़ारा देदे
मेरे महबूब तुझे मेरी मुहब्बत की क़सम

याद है मुझको मेरी उम्र की पहली वो घड़ी
तेरी आँखों से कोई जाम पिया था मैने
मेरे रग रग में कोई बर्क़ सी लहराई थी
जब तेरे मरमरी हाथों को छुआ था मैने
आ मुझे फिर उन्हीं हाथों का सहारा दे दे
मेरा खोया हुआ रंगीन नज़ारा देदे
मेरे महबूब तुझे मेरी मुहब्बत की क़सम

सामने आ के ज़रा पर्दा उठा दे रुख़ से
इक यही मेरा इलाज-ए-ग़म-ए-तन्हाई है
तेरी फ़ुरक़त ने परेशान किया है मुझको
अब तो मिल जा के मेरी जान भी बन आई है
दिल को भूली हुई यादों का सहारा दे दे
मेरा खोया हुआ रंगीन नज़ारा देदे
मेरे महबूब तुझे मेरी मुहब्बत की क़सम
मेरे महबूब तुझे

Wissenswertes über das Lied Mere Mehboob Tujhe Meri Muhabbat von Lata Mangeshkar

Wer hat das Lied “Mere Mehboob Tujhe Meri Muhabbat” von Lata Mangeshkar komponiert?
Das Lied “Mere Mehboob Tujhe Meri Muhabbat” von Lata Mangeshkar wurde von Naushad, Shakeel Badayuni komponiert.

Beliebteste Lieder von Lata Mangeshkar

Andere Künstler von Film score