Naihar Ke Geet Main Gaoon
ओ नैहर के गीत मैं गाउँ
नैहर के गीत मैं गाउँ
बाबुल का बाग सजाउ रे
नैहर के गीत मैं गाउँ रे
नैहर के गीत मैं गाउँ
बाबुल का बाग सजाउ रे
नैहर के गीत मैं गाउँ रे
भोर भई मैं गयी बाग में
ओ हो मैं गयी बाग में
भोर भई मैं गयी बाग में
हाथ लिए जलजारी
कोयल कू की अम्बुआ
डारी हो गयी मैं मतवारी
ओ हो हो गयी मैं मतवारी
मैं झूम कोयल बन जाऊ
मैं झूम कोयल बन जाऊ
बाबुल का बाग सजाउ रे
नैहर के गीत मैं गाउँ रे
बुलबुल उड़ती मैंने उड़ती ओ मैंना उड़ती
बुलबुल उड़ती मैंने उड़ती
मैं भी पंख लगाऊ
तितली बन के उड़ उड़ जाऊ
हाथ किसी के न आउ हो हाथ किसी के न आउ
सबनम को हसना सिखाउ
सबनम को हसना सिखाउ
बाबुल का बाग सजाउ रे
नैहर के गीत मैं गाउँ रे
नैहर के गीत मैं गाउँ
बाबुल का बाग सजाउ रे
नैहर के गीत मैं गाउँ रे