O Jogi Jab Se Tu Aaya Mere Dwar
जोगी जबसे तू आया मेरे द्वारे
जोगी जबसे तू आया मेरे द्वारे
ओ मेरे रँग गए सांझ सकारे
तू तो अँखियों से जाने जी की बतियाँ
तुझसे मिलना ही ज़ुल्म भाया रे
जोगी जबसे तू आया मेरे द्वारे
देखी साँवली सूरत ये मैना जुड़ाए
देखी साँवली सूरत
तेरी छब देखी जबसे रे
तेरी छब देखी जबसे रे नैना जुड़ाए
भए बिन कजरा ये कजरारे
जोगी जबसे तू आया मेरे द्वारे
ओ मेरे रँग गए सांझ सकारे
जाके पनघट पे बैठूँ मैं, राधा दीवानी
जाके पनघट पे बैठूँ मैं
बिन जल लिए चली आऊ
बिन जल लिए चली आऊ, राधा दीवानी
मोहे अजब ये रोग लगाया रे
जोगी जबसे तू आया मेरे द्वारे
ओ मेरे रँग गए सांझ सकारे
मीठी मीठी अगन ये सह न सकूँगी
मीठी मीठी अगन ये
मैं तो छुई-मुई अबला रे
मैं तो छुई-मुई अबला रे सह न सकूँगी
मेरे और निकट मत आ रे
जोगी जबसे तू आया मेरे द्वारे
ओ मेरे रँग गए सांझ सकारे
तू तो अँखियों से जाने जी की बतियाँ
तुझसे मिलना ही ज़ुल्म भाया रे
जोगी जबसे तू आया मेरे द्वारे