Pyar Ki Nishaniyan Guzri Huyi Kahaniyan, Kab Se Rula Rahi Hume
प्यार की निशानिया गुजरी हुई कहानियां
कब से रुला रही हम तुम्हारी महरबनिया
प्यार की निशानिया गुजरी हुई कहानियां
कब से रुला रही हम तुम्हारी महरबनिया
आंखो की आरजू हो तुम
मंज़िल की गुफ्तगू हो तुम
मंज़िल की गुफ्तगू हो तुम
खबरदार हो तुम कर रहे नादनिया
ऐ सम्मा बता जरा क्या है जल मिले माजा
क्या है जल मिले माजा
आटा नहीं मगर दुआ जल रही जवानिया
प्यार किस निशानिया गुजरी हुई कहानियां
कब से रुला रही हम तुम्हारी महरबनिया