Rim Jhim Ke Geet [Revival]
रिम झिम के गीत सावन गाए
हाए भीगी भीगी रातों में
रिम झिम के गीत सावन गाए
हाए भीगी भीगी रातों में
होठों पे बात दिलकी आए
आए भीगी भीगी रातों में
ओ ओ ओ ओ ओ ओ
ओ ओ ओ ओ ओ ओ (ओ ओ ओ ओ ओ ओ)
तेरा मेरा पुछे नाता
बड़ी वो ये घटा घनघोर है
चुप हूँ ऐसे में कह दू कैसे
मेरा साजन नहीं तू कोई और है
के तेरा नाम होठों पे मेरे
तेरे सपने मेरी आँखों में
के रिम झिम के गीत सावन गाए
हाए भीगी भीगी रातों में
मेरा दिल भी है दीवाना
तेरे नैना भी है नादाँ से
कुछ न सोचा कुछ न देखा
कुछ भी पूछा न इस अंजान से
चल पड़े साथ हम कैसे
एसे बनके साथी राहों में
के रिम झिम के गीत सावन गाए
हाए भीगी भीगी रातों में
बड़ी लम्बी जी की बाते
बड़ी छोटी ये बरखा की रात जी
कहना क्या है सुनना क्या है
कहने सुनने की अब क्या है बात जी
बिन कहे बिन सुने दिल ने दिल से (बिन कहे बिन सुने दिल ने दिल से)
कर ली बातें बातों में (कर ली बातें बातों में)
के रिमझिम के गीत सावन गाए
हाए भीगी भीगी रातों में
रिम झिम के गीत सावन गाए (रिम झिम के गीत सावन गाए)
हाए भीगी भीगी रातों में (हाए भीगी भीगी रातों में)
हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म (हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म)