Pyaar Mera
तू मेरे लिए क्या है क्या बताऊँ
क्यूँ, कैसे दिल को समझाऊँ
तू खिलते फूलों की
है खुश्बू के जैसा
मैं हूँ पतझड़ की रुत सा
तू है आसमान में
चंदा की चाँदनी जैसा
मैं हूँ कोई तारा टूट'ता
पाए बिना मैं खोना ना चाहूं
दिल डरता है यार मेरा
जानू ना कैसे तुझको बताऊँ
के तू ही है प्यार मेरा
मॅन सवालों से ही भर गया है ऐसा
नदियों में पानी जिस तरह
बस ख़यालों से ही खुश हो जाऊं
या तुझको कर दूँ बयान
नज़दीक आओ तो दूर लेके जाए दायरा
तू सर्दी के मौसम की खुश्बू के जैसा
मैं हूँ तपती धूप सा
तू गहरे समंदर में उठती लहरों जैसा
मैं किनारे बैठा रेत सा
पाए बिना मैं खोना ना चाहूं
दिल डरता है यार मेरा
जानू ना कैसे तुझको बताऊँ
के तू ही है प्यार मेरा प्यार मेरा