Aawaz Deke Humen Tum Bulao [Revival]

Hasrat Jaipuri, Shankar-Jaikishan

आवाज़ देके हमें तुम बुलाओ
मोहब्बत में इतना ना हमको सताओ
आवाज़ देके हमें तुम बुलाओ
मोहब्बत में इतना ना हमको सताओ

अभी तो मेरी ज़िंदगी है परेशां
कहीं मर के हो खाक भी न परेशां
दिये की तरह से न हमको जलाओ
मोहब्बत में इतना ना हमको सताओ

मैं सांसों के हर तार में छुप रहा हूँ
मैं धड़कन के हर राग में बस रहा हूँ
ज़रा दिल की जानिब निगाहें झुकाओ
मोहब्बत में इतना ना हमको सताओ

ना होंगे अगर हम तो रोते रहोगे
सदा दिल का दामन भिगोते रहोगे
जो तुम पर मिटा हो उसे ना मिटाओ
मोहब्बत में इतना ना हमको सताओ

आवाज़ देके हमें तुम बुलाओ
मोहब्बत में इतना ना हमको सताओ

Wissenswertes über das Lied Aawaz Deke Humen Tum Bulao [Revival] von Mohammed Rafi

Wer hat das Lied “Aawaz Deke Humen Tum Bulao [Revival]” von Mohammed Rafi komponiert?
Das Lied “Aawaz Deke Humen Tum Bulao [Revival]” von Mohammed Rafi wurde von Hasrat Jaipuri, Shankar-Jaikishan komponiert.

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