Gareebon Ka Paseena
ग़रीबों का पसीना बह रहा है
ग़रीबों का पसीना बह रहा है
यह पानी बहते बहते कह रहा है
कभी वो दिन भी आएगा
यह पानी रंग लाएगा
यह पानी रंग लाएगा
ग़रीबों का पसीना बह रहा है
ग़रीबों का पसीना बह रहा है
यह बूंदे देख लेना
एक दिन तूफान लाएँगी
ज़मीन तो है, ज़मीन
यह आसमान को भी हिलाएँगी
ग़रीबों के घरो तक
चल के खुद भगवान आएगा
यह पानी रंग लाएगा
यह पानी रंग लाएगा
ग़रीबों का पसीना बह रहा है
ग़रीबों का पसीना बह रहा है
सितम का हद से
बढ़ जाना तबाही की निशानी है
बदलते हैं सभी
के दिन पुरानी यह कहानी है
जमाना एक दिन गिरते
ुओं को उठाएगा
यह पानी रंग लाएगा
यह पानी रंग लाएगा
ग़रीबों का पसीना बह रहा है
ग़रीबों का पसीना बह रहा है
अगर जल कर किसी मजबूर
ने फरियाद कर डाली
तो कुदरत के कजाने
देखना हो जाएँगे खाली
ज़मीन फॅट जाएगी
ज़मीन फॅट जाएगी
सूरज का गोला टूट जाएगा
यह पानी रंग लाएगा
यह पानी रंग लाएगा
ग़रीबों का पसीना बह रहा है
ग़रीबों का पसीना बह रहा है
यह पानी बहते बहते कह रहा है
कभी वो दिन भी आएगा
यह पानी रंग लाएगा
यह पानी रंग लाएगा
ग़रीबों का पसीना बह रहा है
ग़रीबों का पसीना बह रहा है
ग़रीबों का पसीना बह रहा है
ग़रीबों का पसीना बह रहा है