Hum Tumpe Mar Mitenge

Aish Kanwal

हम तुम पे मर मिटेंगे
तुमको खबर ना होगी
हम तुम पे मर मिटेंगे
तुमको खबर ना होगी
लेकिन तुम्हारी जानिब दिल की
नज़र ना होगी
नज़र ना होगी
लेकिन तुम्हारी जानिब दिल की
नज़र ना होगी
तुम लाख हमको चाहो
चाहत मगर ना होगी
तुम लाख हमको चाहो
चाहत मगर ना होगी
चाहत मगर ना होगी
ना होगी
चाहत मगर ना होगी
देखेंगे रात की हम कब तक
सहर ना होगी
सहर ना होगी
देखेंगे रात की हम कब तक
सहर ना होगी
हम तुम पे मर मिटेंगे
तुमको खबर ना होगी
हम तुम पे मर मिटेंगे
तुमको खबर ना होगी

फेर लो अपनी नज़र नज़र
हमपे होगा ना असर असर
हमको समझाओ ना तुम
दिल लगाने का हुनूर
हमको समझाओ ना तुम
दिल लगाने का हुनूर
ये हुनूर याद करो
अपना दिलशाद करो
नोजवानी को अभी
यू ना बर्बाद करो
नोजवानी को अभी
यू ना बर्बाद करो
जिंदगी का मज़ा
जिंदगी का मज़ा
दिल लगाने में है
ओर जलाओ की सोहरत
ज़माने में है

हमारे जलओो की तब
जो तुम ना ला सकोगे
तू तुम क्या करोगे
तू तुम क्या करोगे
कसम खुदा की है अपना दावा
ना जी सकोगे ना तुम मरोगे
ना जी सकोगे ना तुम मरोगे
ना जी सकोगे ना तुम मरोगे
हा जिंदगी का मज़ा
जिंदगी का मज़ा
जिंदगी का मज़ा दिल लगाने में है
ओर जलवो की सोहरत जमाने में है
दिल की उमंग चाहत की जुंग
लाई है रंग क्या रंग क्या
रंग क्या
दिल की उमंग चाहत की जुंग
लाई है रंग क्या
दिल की उमंग चाहत की जुंग
लाई है रंग क्या
हम तुम पे मर मिटेंगे
तुमको खबर ना होगी
हम तुम पे मर मिटेंगे
तुमको खबर ना होगी

हज़ारो रंग है बदले
तुम्हारी सूरत ने
हमारे वास्ते तुमको बनाया कुदरत ने
पूरी किस तरह से
दिलवालो की ख्वाहिश होगी
तुम अगर हमको ना चाहो
तो नवाज़ीस होगी
तुम तो सूरत के हो सिर्फ़ दीवाने
बनके फिरते हो शमा के परवाने
हम है परवाने परवाने
परवाने देखो बड़े काम के
हुमको आशिक ना समझो
फकत नाम के
हुमको आशिक ना समझो
फकत नाम के
हुमको आशिक ना समझो
फकत नाम के
जुनू पे अपने है नाज़ क्योकि
ना मारे हमको किसी ने पत्थर
वो हम नही हो जो कल के मजनू
फिरा करेंगे जहा में दर दर
हमको आशिक ना समझो ना समझो
आशिक ना समझो
हमको आशिक ना समझो ना समझो
आशिक ना समझो
लूटा के शामे पे अपनी हस्ती
वफ़ा के अफ़साने कह रहे है
हमारी चाहत रहेगी कायम
ये आज परवाने कह रहे है
हम है परवाने देखो
हम है परवाने देखो
हम है परवाने देखो
देखो परवाने देखो
समझ समझ के भी अब जो ना समझे
तो उनसे अब तो खुदा ही समझे
किताबो दिल तो पढ़ चुके
मगर वो हमको जुड़ा ही समझे
हमको आशिक ना समझो ना समझो
आशिक ना समझो
हमको आशिक ना समझो ना समझो
आशिक ना समझो
हजार पहरे लगे हो लेकीन
न बंद अपनी जुबान रहेगी
हमे जलाकर के खाख करदो
तो खाख उड़कर यही कहेगी
क्या
हम है परवाने देखो
हमको आशिक ना समझो ना समझो
आशिक ना समझो

Wissenswertes über das Lied Hum Tumpe Mar Mitenge von Mohammed Rafi

Wer hat das Lied “Hum Tumpe Mar Mitenge” von Mohammed Rafi komponiert?
Das Lied “Hum Tumpe Mar Mitenge” von Mohammed Rafi wurde von Aish Kanwal komponiert.

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