Insaaf Ka Mandir Hai Ye Bhagavaan Ka Ghar Hai
Shakil Badayuni
है खोट तेरे मन मे जो भगवान से है दूर
है खोट तेरे मन मे जो भगवान से है दूर
है पाँव तेरे
है पाँव तेरे फिर भी तू आने से है मजबूर
आने से है मजबूर
हिम्मत है तो आजा ये भलाई की डगर है
इन्साफ का मंदिर है ये भगवान का घर है
दुःख दे के जो दुखिया से ना इन्साफ करेगा
भगवान भी उसको ना कभी माफ़ करेगा
ये सोच ले
ये सोच ले
ये सोच ले हर बात की दाता को खबर है
दाता को खबर है
हिम्मत है तो आजा ये भलाई की डगर है
इन्साफ का मंदिर है ये भगवान का घर है
आ आ आ आ आ आ