Jane Walon Ka Gham

ANAND BAKSHI, KUDALKAR LAXMIKANT, PYARELAL RAMPRASAD SHARMA

जानेवालो का गम तो होता है
जानेवालो का गम तो होता है
जानेवालो का गम तो होता है
उमर भर कौन उमर भर कौन
उमर भर कौन किसको रोता है
जानेवालो का गम तो होता है

एक आसू जो एक कटरा है
एक आसू जो एक कटरा है
जिंदगी को इसी से ख़तरा है
आदमी को आदमी को
आदमी को यही डुबोता है
जानेवालो का गम तो होता है

रात ढलती है दिल निकलता है
रात ढलती है दिल निकलता है
वक़्त के साथ सब बदलता है
ये हुआ है ये हुआ है ये हुआ है
यही तो होता है
जानेवालो का गम तो होता है

आओ अब और कुछ करे बातें
आओ अब और कुछ करे बातें
फिर कहा ये हसीन जवा रातें
ऐसी रातो मे ऐसी रातो मे
ऐसी रातो मे कौन सोता है
जानेवालो का गम तो होता है
जानेवालो का गम तो होता है
उमर भर कौन उमर भर कौन
उमर भर कौन किसको रोता है
जानेवालो का गम तो होता है

Wissenswertes über das Lied Jane Walon Ka Gham von Mohammed Rafi

Wer hat das Lied “Jane Walon Ka Gham” von Mohammed Rafi komponiert?
Das Lied “Jane Walon Ka Gham” von Mohammed Rafi wurde von ANAND BAKSHI, KUDALKAR LAXMIKANT, PYARELAL RAMPRASAD SHARMA komponiert.

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