Jiski Khatir Yahan Zindagi Bhar Lada
Vishweshwar Sharma
जिसकी खातिर यहां जिंदगी भर लड़ा
ये मुक्क्दर हे तेरा सामने हे खड़ा
खून से अपने लिख के कहानी तेरी
कोई देता गया ले निशानी मेरी
देख सूरज चढ़ा
देख सूरज चढ़ा तेरे ऐतबार का
एक दिन जीत का एक दिन हार का
एक दिन जीत का एक दिन हार का
जिंदगी नाम हे वक्त की मार का
आ आ आ आ