Kahin Aesa Na Ho

BRIJ BHUSHAN, NAQSH LYALLPURI

कही ऐसा न हो तुम अजनबी राहों में खो जाओ
मेरे साथी मेरी आवाज़ के पीछे चले आओ
चले आओ चले आओ

परेशान जिंदगी को रास्ता साहिल नजर आये
मुझे फिर प्यार की खोयी हुई मंजिल नजर आये
हवाओ में तुम जरा तुम रेशमी आँचल को लहराओ
मेरे साथी मेरी आवाज़ के पीछे चले आओ
चले आओ चले आओ

न जाने कितनी बार आया गया मौसम बहारों का
मगर अब तक नहीं बदला मुक़द्दर बेकराओ का
सभी गम दूर हो जाये जो तुम एक बार मिल जाओ
मेरे साथी मेरी आवाज़ के पीछे चले आओ
चले आओ चले आओ

Wissenswertes über das Lied Kahin Aesa Na Ho von Mohammed Rafi

Wer hat das Lied “Kahin Aesa Na Ho” von Mohammed Rafi komponiert?
Das Lied “Kahin Aesa Na Ho” von Mohammed Rafi wurde von BRIJ BHUSHAN, NAQSH LYALLPURI komponiert.

Beliebteste Lieder von Mohammed Rafi

Andere Künstler von Religious