Kal Meri Tarah Mujhko Aap

Kamal Rajasthani, Mehboob Sarwar

कल मेरी तरह मुझको, सलाम आप करेंगे
कल मेरी तरह मुझको, सलाम आप करेंगे
खामोश रहूँगा मैं, कलाम आप करेंगे
कल मेरी तरह मुझको, सलाम आप करेंगे

दिखला के झलक होश तलाक़ छीन लिया है
साकी ने मुझे मैईय की वजह प्यास जिया है
मैखने में आँखो के जिसे बंद किया है
खुद पेश किसी दिन वोही, जाप आप करेंगे
खामोश रहूँगा मैं, कलाम आप करेंगे
कल मेरी तरह मुझको, सलाम आप करेंगे

राते ना रही मेरी ना, अब दिन रहे मेरे
राते ना रही मेरी ना, अब दिन रहे मेरे
रहते है सदा आप, ख्यालात को घेरे
रुखसार पे बिखरा के ये ज़ुल्फो के अंधेरे
ज़ुल्फो के अंधेरे
कब तक के यूँ ही सुबह को, शाम आप करेंगे
खामोश रहूँगा मैं, कलाम आप करेंगे
कल मेरी तरह मुझको, सलाम आप करेंगे

Wissenswertes über das Lied Kal Meri Tarah Mujhko Aap von Mohammed Rafi

Wer hat das Lied “Kal Meri Tarah Mujhko Aap” von Mohammed Rafi komponiert?
Das Lied “Kal Meri Tarah Mujhko Aap” von Mohammed Rafi wurde von Kamal Rajasthani, Mehboob Sarwar komponiert.

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