Kitni Raahat Hai Dil Toot Jane Ke Baad

SHAMIM JAIPURI, TAJ AHMED KHAN

कितनी राहत है दिल टूट जाने के बाद
कितनी राहत है दिल टूट जाने के बाद
ज़िंदगी से मिले मौत आने के बाद
कितनी राहत है दिल टूट जाने के बाद

लज़्ज़त-ए-सजदा-ए-संग-ए-दर क्या कहें
लज़्ज़त-ए-सजदा-ए-संग-ए-दर क्या कहें
होश ही कब रहा सर झुकाने के बाद
होश ही कब रहा सर झुकाने के बाद

क्या हुआ हर मसर्रत अगर छिन गई
क्या हुआ हर मसर्रत अगर छिन गई
आदमी बन गया ग़म उठाने के बाद
आदमी बन गया ग़म उठाने के बाद

रात का माजरा किससे पूछूँ 'शमीम्'
रात का माजरा किससे पूछूँ 'शमीम्
क्या बनी बज़्म पर मेरे आने के बाद्
क्या बनी बज़्म पर मेरे आने के बाद्
ज़िंदगी से मिले मौत आने के बाद
कितनी राहत है दिल टूट जाने के बाद

Wissenswertes über das Lied Kitni Raahat Hai Dil Toot Jane Ke Baad von Mohammed Rafi

Wann wurde das Lied “Kitni Raahat Hai Dil Toot Jane Ke Baad” von Mohammed Rafi veröffentlicht?
Das Lied Kitni Raahat Hai Dil Toot Jane Ke Baad wurde im Jahr 1988, auf dem Album “Rafi Aye Jaan E Ghazal” veröffentlicht.
Wer hat das Lied “Kitni Raahat Hai Dil Toot Jane Ke Baad” von Mohammed Rafi komponiert?
Das Lied “Kitni Raahat Hai Dil Toot Jane Ke Baad” von Mohammed Rafi wurde von SHAMIM JAIPURI, TAJ AHMED KHAN komponiert.

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