Meri Mohabbat Jawan Rahegi

Hasrat Jaipuri, Shankar-Jaikishan

मेरी मुहब्बत जवाँ रहेगी
सदा रही है, सदा रहेगी
मेरी मुहब्बत जवाँ रहेगी
सदा रही है, सदा रहेगी
तड़प तड़प कर यही कहेगी
सदा रही है, सदा रहेगी

न तुम सा कोई ज़माने भर में, ओ ओ
न तुम सा कोई ज़माने भर में
तुम्ही को चाहा मेरी नज़र ने
तुम्ही को चाहा मेरी नज़र ने
तुम्हें चुना है, तुम्हें चुनेगी
सदा रही है, सदा रहेगी
मेरी मुहब्बत जवाँ रहेगी
सदा रही है, सदा रहेगी

जो आग दिल में लगी हुई है, ओ ओ
जो आग दिल में लगी हुई है
यही तो मंज़िल की रोशनी है
यही तो मंज़िल की रोशनी है
न यह बुझी है, न यह बुझेगी
सदा रही है, सदा रहेगी
मेरी मुहब्बत जवाँ रहेगी
सदा रही है, सदा रहेगी

तुम्हारे पहलू में गर मरे हम, ओ ओ
तुम्हारे पहलू में गर मरे हम
तो मौत कितनी हसीन होगी
तो मौत कितनी हसीन होगी
चिता में जल कर भी ना मिटेगी
सदा रही है, सदा रहेगी
मेरी मुहब्बत जवाँ रहेगी
सदा रही है, सदा रहेगी

Wissenswertes über das Lied Meri Mohabbat Jawan Rahegi von Mohammed Rafi

Wer hat das Lied “Meri Mohabbat Jawan Rahegi” von Mohammed Rafi komponiert?
Das Lied “Meri Mohabbat Jawan Rahegi” von Mohammed Rafi wurde von Hasrat Jaipuri, Shankar-Jaikishan komponiert.

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