Mil Gaya Taqdeer Se Chashma
GHULAM MOHAMMED, SARDAR MALIK, SHAKEEL BADAYUNI
आज से सेकड़ो वर्ष पहले
अरब के लोग सरघॉ की तलाश मे
कबीला दर कबीला फिरा करते था
मिल गया तकदीर से चश्मा यहा
है मगन है दो अरब के ख़ानदान
एक कबीला आमरी अक सरवरी
दोनो सरदारो के कायम अफ़सरी
मिल के रहते थे ये दोनो कारवाँ
एक बहोट छोटा सा मक्तब था यहा
कैसे और लैला जिसमे पढ़ते थे मुदाम
कैसे लिकता रहता था लैला का नाम
लैला का नाम
लैला का नाम