Saath Ham Tum Chale The
आ आ आ आ आ आ आ आ हो हो हो
साथ हम तुम चले थे यही तो कही
साथ हम तुम चले थे यही तो कही
ज़िन्दगी से मिले थे यही तो कही
साथ हम तुम चले थे यही तो कही
एक नशे मन बनाया था
हमने कभी एक नशे मन
एक नशे मन बनाया था हमने कभी
गुलसिता को सजाया था हमनें कभी
क्या सवेरे खिले थे
हो क्या सवेरे खिले थे यही तो कही
ज़िन्दगी से मिले थे यही तो कही
साथ हम तुम चले थे यही तो कही
आँखों आँखों में जागे कई
ख्वाब थे आँखों आँखों में
आँखों आँखों में जागे कई ख्वाब थे
क्या उम्मीदें थी जैसे के सैलाब थे
दिन गुलाबी वाले थे
हो दिन गुलाबी वाले थे यही तो कही
ज़िन्दगी से मिले थे यही तो कही
साथ हम तुम चले थे आ आ आ आ
ज़िन्दगी से मिले थे आ आ आ आ
साथ हम तुम चले थे