Woh Zamana Aur Tha

Aziz Kashmiri

वो ज़माना और था
और ये ज़माना और है
वो ज़माना और था
और ये ज़माना और है
वो ज़माना और था
और ये ज़माना और है
आ आ आ
आ आ आ
आ आ आ
आ आ आ
आ आ आ
वो ज़माना और था
और ये ज़माना और है
एजी वो ज़माना और था
और ये ज़माना और है
ऐसा क्या
वो ज़माना और था
और ये ज़माना और है

औरतें भी गीत आज़ादी के
अब गाने लगीं हैं
गीत अब गाने लगीं
हो गीत अब गाने लगीं
सुर्खी पाउडर लगा कर
ऐ जी
सुर्खी पाउडर लगा कर
आ हां
खूब इतराने लगीं
ऐ जी खूब इतराने लगीं
लो जी लो
खूब इतराने लगीं
आ आ आ आ
आ आ आ आ आ
जब किसी बूढे ने
समझाया तो ये गाने लगीं क्या
वो ज़माना और था
और ये ज़माना और है
वो ज़माना और था
और ये ज़माना और है
आ आ आ आह
आ आ आ आ
वो ज़माना और था
और ये ज़माना और है
आ आ आ आ
वो ज़माना और था
और ये ज़माना और है

मुर्ग़े दिल मत रो
यहां तसवें बहाना है मन
तसवें बहाना है मन
तसवें बहाना है मन
आग जिस घर में लगे
उसको बुझाना है मन
आग जिस घर में लगे
उसको बुझाना है मन
लालाजी कहते हैं ऐन
अरे
लालजी कहते हैं के
नलके पे नहाना है मना
अब तो लाला जी को
ये डटकर
सुनाना और है
वो ज़माना और था
और ये ज़माना और है
आ आ आ
आ आ आ
आ आ आ हाय
वो ज़माना और था
और ये ज़माना और है एजी एजी
वो ज़माना और था
और ये ज़माना और है
वो ज़माना और था
और ये ज़माना और है

Wissenswertes über das Lied Woh Zamana Aur Tha von Mohammed Rafi

Wer hat das Lied “Woh Zamana Aur Tha” von Mohammed Rafi komponiert?
Das Lied “Woh Zamana Aur Tha” von Mohammed Rafi wurde von Aziz Kashmiri komponiert.

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