Ya Kah De Ham Insaan Nahin

Rajendra Krishna, Salil Chowdhury

या कह दे हम इंसान नहीं
या मन जा तू भगवन नहीं
या कह दे हम इंसान नहीं
या मन जा तू भगवन नहीं
या कह दे हम इंसान नहीं
या मन जा तू भगवन नहीं

हम अपनी ख़ुशी से आये नहीं
दुनिआ में हमे तू लाया है
हम अपनी ख़ुशी से आये नहीं
दुनिआ में हमे तू लाया है
ये सच है अगर तो फिर
हमसे क्यों दूर तेरी ही छाया है
क्या हम तेरे मेहमान नहीं
या कह दे हम इंसान नहीं
या मन जा तू भगवन नहीं

ये गम की धूप तो दी लेकिन
खुसियो की कभी बरसात न दी
ये गम की धूप तो दी लेकिन
खुसियो की कभी बरसात न दी
जो चैन की नींद में कट जाती
ऐसी तो कभी एक रात न दी
क्या अपना कोई अरमान नहीं
या कह दे हम इंसान नहीं
या मन जा तू भगवन नहीं

घबराके कभी दिल कहता है
अच्छा है अगर हम मर जाये
घबराके कभी दिल कहता है
अच्छा है अगर हम मर जाये
मरना भी तो तेरे हाथ में है
ये काम भी कैसे कर जाये
जीना भी कोई आसान नहीं
या कह दे हम इंसान नहीं
या मन जा तू भगवन नहीं
या कह दे हम इंसान नहीं
या मन जा तू भगवन नहीं

Wissenswertes über das Lied Ya Kah De Ham Insaan Nahin von Mohammed Rafi

Wer hat das Lied “Ya Kah De Ham Insaan Nahin” von Mohammed Rafi komponiert?
Das Lied “Ya Kah De Ham Insaan Nahin” von Mohammed Rafi wurde von Rajendra Krishna, Salil Chowdhury komponiert.

Beliebteste Lieder von Mohammed Rafi

Andere Künstler von Religious