Zindagi Ke Safar Mein

RAVI, MOHAMMED RAFI

ज़िन्दगी के सफ़र में अकेले नहीं
मिल गए तुम तो दिल को सहारा मिला
आ गई इक नए रास्ते पर क़दम
जब तुम्हारी नज़र का इशारा मिला
ज़िन्दगी के सफ़र में अकेले नहीं

ज़िन्दगी को तमन्ना थी हमराज़ की
पाज़ इ दिल की ज़रूरत थी आवाज़ की
ज़िन्दगी को तमन्ना थी हमराज़ की
पाज़ इ दिल की ज़रूरत थी आवाज़ की
तुमने जब मुस्कुराकर पुकारा हमें
ज़िन्दगी को ख़ुशी का नज़ारा मिला
ज़िन्दगी के सफ़र में अकेले नहीं
मिल गए तुम तो दिल को सहारा मिलआ
ज़िन्दगी के सफ़र में अकेले थे हम

अब ज़माने का दर है न दुनिया का गम
अपनी तक़दीर पर नाज़ करते है हम
अब ज़माने का दर है न दुनिया का गम
अपनी तक़दीर पर नाज़ करते है हम
आज आँखों को जलवे तुम्हारे मिले
आज हाथो को दामन तुम्हारा मिला
ज़िन्दगी के सफ़र में अकेले थे हम
मिल गए तुम तो दिल को सहारा मिला
आ गई इक नए रास्ते पर क़दम
जब तुम्हारी नज़र का इशारा मिला
ज़िन्दगी के सफ़र में अकेले नहीं

Wissenswertes über das Lied Zindagi Ke Safar Mein von Mohammed Rafi

Wer hat das Lied “Zindagi Ke Safar Mein” von Mohammed Rafi komponiert?
Das Lied “Zindagi Ke Safar Mein” von Mohammed Rafi wurde von RAVI, MOHAMMED RAFI komponiert.

Beliebteste Lieder von Mohammed Rafi

Andere Künstler von Religious