Baharon Ne Jise Chheda Hai
बहारो ने जिसे छेड़ा है वो साज़-ए-जवानी है
ज़माना सुन रहा है जिसको
ज़माना सुन रहा है जिसको
वो मेरी कहानी है बहारो ने जिसे छेड़ा
कसम ख़ाके किसी को जब कभी अपना बनाऊंगा
चमन की दलियो से लालिया फुलो की लाऊंगा
सितारो के चिरागो से फिर इस घर को सजाऊंगा
के इस दुनिया मे एक नयी दुनिया बसानी है
बहारो ने जिसे छेड़ा
चमन मे सबने ही गया तराना जिंदगानी का
मगर सबसे अलग था रंग मेरी ही कहानी का
फसाना इस कदर रंगीन था
मेरी जवानी का के जिसने भी सुना
कहने लगा मेरी कहानी है
बहारो ने जिसे छेड़ा
कोई समझे ना समझे
मै कहे देता हू दुनिया से
के मै दुनिया मे हू
मतलब नही रखता हू दुनिया से
कोई समझे ना समझे
मै कहे देता हू दुनिया से
के मै दुनिया मे हू
मतलब नही रखता हू दुनिया से
कभी कुछ दिल मे आता है तो
कह देता हू दुनिया से
मेरी आवाज़ ही मेरी तमन्ना की निशानी है
बहारो ने जिसे छेड़ा
वो साज़-ए-जवानी है
ज़माना सुन रहा है जिसको
ज़माना सुन रहा है जिसको
वो मेरी कहानी है
बहारो ने जिसे छेड़ा