Kaise Jiye Re Saathi Tere Bina

Madan Bharati

कैसे जिए रे साथी
तेरे बिना कैसे जिए रे
कैसे जिए रे साथी
तेरे बिना कैसे जिए रे
तेरी यद् तेरा गम और तेरे सपने
कब तक फायर लिए लिए रे
कैसे जिए रे साथी
तेरे बिना कैसे जिए रे

दो नैना तेरे नील कमल से
अब तक सपनो में आये
दो नैना तेरे नील कमल से
अब तक सपनो में आये
बीते दिनों की याद दिलाकर
और मुझे तड़पाये
तुहि बता इस टूटे हुए दिल को
यादो से कब तक सिये
कैसे जिए रे साथी
तेरे बिना कैसे जिए रे

सोचा था तेरे
आँचल की छाँव में
हास्के उम्र बीत जायेगी
सोचा था तेरे
आँचल की छाँव में
हास्के उम्र बीत जायेगी
तेरे मेरे प्यार की
महकती फुलवारी में
विरह की अधी नहीं आएगी
रह गयी कटो में उलझ कर जिंदगी
कब तक जहर अब पिए रे
कैसे जिए रे साथी
तेरे बिना कैसे जिए रे

Wissenswertes über das Lied Kaise Jiye Re Saathi Tere Bina von Mukesh

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Das Lied “Kaise Jiye Re Saathi Tere Bina” von Mukesh wurde von Madan Bharati komponiert.

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