Main Rahi Bhatkanewala Hoon
मैं राही भटकने वाला हूँ
कोई क्या जाने मतवाला हूँ
मैं राही भटकने वाला हूँ
कोई क्या जाने मतवाला हूँ
यह मस्त घटा मेरी चादर है
यह धरती मेरा बिस्तर है
यह मस्त घटा मेरी चादर है
यह धरती मेरा बिस्तर है
मै रात में दिन का उजाला हूँ
कोई क्या जाने मतवाला हूँ
मैं राही भटकने वाला हूँ
कोई क्या जाने मतवाला हूँ
यह बिजली राह दिखाती है
मंजिल पे मुझे पहुंचती है
यह बिजली राह दिखाती है
मंजिल पे मुझे पहुंचती है
में तुफानो का पला हूँ
कोई क्या जाने मतवाला हूँ
मैं राही भटकने वाला हूँ
कोई क्या जाने मतवाला हूँ
में मचालु तो इक आग भी हूँ
में मचालु तो इक आग भी हूँ
में झुमु तो इक राग भी हूँ
में झुमु तो इक राग भी हूँ
दुनिया से दूर निराला हूँ
कोई क्या जाने मतवाला हूँ
मैं राही भटकने वाला हूँ
कोई क्या जाने मतवाला हूँ
मैं राही भटकने वाला हूँ
कोई क्या जाने मतवाला हूँ