Bura Hoon Main Bohot [Hustle 2.0]
कुछ बातें रहती जो ज़ुबान पे नही आती
उन्ही अनसुनी बातों को आज मैं सुना डून
मैं बादशाहों की तरह हर बात रखता चला
पर कुछ अनकही बातें हैं जिनका आज मैं घुलाम हूँ
बोहत कुछ हैं कहने को जो कहने को मैं डरता था
सोचता था रहएने दो वो ज़हेन में जो भड़का था
लड़ता था ये लड़का फिर भी लड़खड़ा के चलता था
साँस लेते रहता फिर भी तड़फ़ड़के मरता तहा
दर्दनाक बुखार को मैं सर चढ़ा के बैठा था
मैं ज़लज़ला तूफान में ही घर बनाके रहता था
मैं मुख से खुश हूँ, मुझसे डोर हूँ, दुख मैं चूर हूँ
मैं खुद का गुरु, खुद को घूरून, खुद पे गुरूर
ऐसा नही के मैने आजतक पाप कुछ ना किया हो
पास दूध था पर कभी साँप खुश ना किया हो
हर चुनौती का सामना करने की मुझ में हिम्मत
भले बचपन में ठीक से मैने मा का दूध ना पिया हो
मा से बढ़के चाची ने संभाला बिताया मुझे सर पे
तड़प-तड़प के बाप मारा मेरे आँखों के सामने घर पे
फिर बाप से बढ़कर चाचा मेरा गुज़रा आँखें भरके
क्यूंकी वो मिलना चाहता तहा मुझको अपने आखरी वक़्त पे
और मैं एहसान फारमोश था सोता रहा मैं घर पे थक्क के
खुद पे मुझ को शक़ हैं मुझे जीने का ना कोई हक़ हैं
वो मारे अपने नसीब से पर मुझे कुसूर हैं अपने आप पे
मेरी नज़र से देखो तो उनका खून दिखे मेरे हाथ पे
बुरा हूँ मैं बोहत बुरा हूँ मैं बोहत
कहती मुझे दुनिया के बुरा हूँ मैं बोहत
ढूनदा हूँ मैं बोहत ढूनदा हूँ मैं बोहत
जीने की वजह मेरी ढूनदा हूँ मैं बोहत
बुरा हूँ मैं बोहत बुरा हूँ मैं बोहत
कहती मुझे दुनिया के बुरा हूँ मैं बोहत
ढूनदा हूँ मैं बोहत ढूनदा हूँ मैं बोहत
जीने की वजह मेरी ढूनदा हूँ मैं बोहत
सही ग़लत दिखाने कोई नि, मेरा दिल और दिमाग़ साद्द चुका था
खुद के घर के चीज़ों को मैं चोरी करना चालू कर चुका तहा
मुझपे सर पे घारकी ज़िम्मेदारी तही और मैं सर झुकता
पता नही कैसे मैं अट्ठन्नी जैसे था रुपययए के सामने गॅड चुका तहा
पानी देता रहा मैं सिर्फ़ गुनाहों के पौधों को
कंधों पे बोझ जिम की ज़रूरत नही हम लौंदों को
मॅन को मारा मैने अपने हर वक़्त
जैसे कुछ पति दारू पीक मरते है अपनी औरतों को
जीत की भूख बड़ी बार-बार हार पाके
पत्थर दिल बचपन से बार-बार मार खा के
खेल मैं खेलूँ भले जीतू ना सही
क्यूंकी हम दिल जीतने वेल अक्सर खेल हार जाते
खाने में धोके ही परोसे गये प्लेट में
हटे झेलना शुरू की जबसे था मा के पेट मे
कोई पूछेगा तो इश्स पेटी पे उसको भेजदे
आंग्ज़ाइटी मेरा देश मैं रहता डिप्रेस्ड स्टेट में
बुरा हूँ मैं बोहत बुरा हूँ मैं बोहत
कहती मुझे दुनिया के बुरा हूँ मैं बोहत
ढूनदा हूँ मैं बोहत ढूनदा हूँ मैं बोहत
जीने की वजह मेरी ढूनदा हूँ मैं बोहत
बुरा हूँ मैं बोहत बुरा हूँ मैं बोहत
कहती मुझे दुनिया के बुरा हूँ मैं बोहत
ढूनदा हूँ मैं बोहत ढूनदा हूँ मैं बोहत
जीने की वजह मेरी ढूनदा हूँ मैं बोहत