Koi Toh Aayega
Ravi Basrur, Shabbir Ahmed
गन्दी है दुनिया
गन्दी इरादों से
गाड़ी पैसे के पीछे
भागा है ज़ोर से
कोई तो आयेगा
भगवान के बदले में
तेरे अंतिम तो लिखा है
इसके हाथ में हाँ
नाना ना ना
नाना ना ना
नाना ना ना
ना ना नाना ना ना
सूरज के जैसे गर्मी
फौलाद के जैसा सीना
ना इसके सामने कोई
गलती कर पाये दोबारा
जो धुप में खुद ही जल के
देता औरों को साया
वो ऐसी रौशनी है जो
जग रोशन कर दे सारा
वो वक़्त से आगे भागता
सूरज से पहले जागता
वो खुद में एक कानून है
जो फैसला कर दे सारा
ना ना नाना ना ना
ना ना नाना ना ना
ना ना नाना ना ना
ना ना नाना ना ना
गन्दी है दुनिया
गन्दी इरादों से
गाड़ी पैसे के पीछे
भागा है ज़ोर से
कोई तो आयेगा
भगवान के बदले में
तेरे अंतिम तो लिखा है
इसके हाथ में हाँ