Dil Pareshan Hai

Sajjad Ali, Ali Moeen

दिन परेशां है, रात भारी है
दिन परेशां है, रात भारी है
ज़िन्दगी है के, फिर भी प्यारी है
क्या तमाशा है, कब से जारी है
क्या तमाशा है, कब से जारी है
ज़िन्दगी है के, फिर भी प्यारी है
दिन परेशां है

इस कहानी को, कौन रोकेगा
उम्र ये सारी कौन सोचेगा
इस कहानी को, कौन रोकेगा
उम्र ये सारी कौन सोचेगा
हो ओ ओ कौन सोचेगा
साथ काटी है, या गुज़ारी है
साथ काटी है, या गुज़ारी है
ज़िन्दगी है के, फिर भी प्यारी है
दिन परेशां है

रंगों से कहूँ, लकीरों से कहूँ
मैली-मैली सी तस्वीरों से कहूँ
रंगों से कहूँ, लकीरों से कहूँ
मैली-मैली सी तस्वीरों से कहूँ
ह्म ह्म ह्म तस्वीरों से कहूँ
बेक़रार सी, बेक़रारी है
बेक़रार सी, बेक़रारी है
ज़िन्दगी है के, फिर भी प्यारी है
दिन परेशां है रात भारी है
ज़िन्दगी है के, फिर भी प्यारी है
दिन परेशां है
ह्म ह्म ह्म

Wissenswertes über das Lied Dil Pareshan Hai von Sajjad Ali

Wer hat das Lied “Dil Pareshan Hai” von Sajjad Ali komponiert?
Das Lied “Dil Pareshan Hai” von Sajjad Ali wurde von Sajjad Ali, Ali Moeen komponiert.

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