Jal Pari

MUHAMMAD NASIR, SAJJAD ALI

डरसे चला यूही मगर
कैसे हुवी उसको खबर
साहिल पे में ठहरा ज़रा
पानी मैं जो साया बना
पिर्थि चलती रोशनी की
जो लहरा गयी एक पल मैं
वो नज़र आ गयी
वो जल परी छूके मुझे कहने लगी
मेरी तरह तेरे लिए कोई नही
यह क्या हुवा पानी नही
सागर नही वो जल परी
घर मैं मेरे रहने लगी हे

वो पास हो मेरे कहीं
ऐसा कभी सोचा नहीं
वो ज़िंदगी में साथ हो
ऐसा कोई सपना नहीं
हो गया हे फिर कही पे आमना सामना
फिर खुदा से और क्या माँगना
वो जल परी छूके मुझे कहने लगी
मेरी तरह तेरे लिए कोई नही
यह क्या हुवा पानी नही
सागर नही वो जल परी
घर मैं मेरे रहने लगी हे ए ए

वो जल परी छूके मुझे कहने लगी
मेरी तरह तेरे लिए कोई नही
यह क्या हुवा पानी नही
सागर नही वो जल परी
घर मैं मेरे रहने लगी
वो जल परी छूके मुझे कहने लगी
मेरी तरह तेरे लिए कोई नही
यह क्या हुवा पानी नही
सागर नही वो जल परी
घर मैं मेरे रहने लगी
ला ला ला ला ला ला ला ला ला ला
ला ला ला ला ला ला ला ला ला ला
ला ला ला ला ला ला ला ला ला ला

Wissenswertes über das Lied Jal Pari von Sajjad Ali

Wann wurde das Lied “Jal Pari” von Sajjad Ali veröffentlicht?
Das Lied Jal Pari wurde im Jahr 2011, auf dem Album “Moody” veröffentlicht.
Wer hat das Lied “Jal Pari” von Sajjad Ali komponiert?
Das Lied “Jal Pari” von Sajjad Ali wurde von MUHAMMAD NASIR, SAJJAD ALI komponiert.

Beliebteste Lieder von Sajjad Ali

Andere Künstler von Pop rock