Bolbam Jatahawa Dham
लड़का - स्थायी -जानतानी लमहर बाटे रे डगरिया
कबो होला धूप कबो छाये रे बदरिया
कबो होइ जाला बरिशके घाम
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लड़की - बोलबम बोलत जाय हो कांवरिया
बाबा हो जटहवा के धाम
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कोरस - बोलबम बोलत जाय हो कांवरिया
बाबा हो जटहवा के धाम
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१-अंतरा - लड़का - नरहन से जलवा उठावले कांवरिया
डेगे -डेगे नाप देले सगरी डहरिया
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लड़की - गोड़वा में पड़ी जाला चलिके हो छाला
तबो रे कांवरिया मने में मुसकाला
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लड़का - हाथी नाही घोडा कुछ आउर सवरिया
दुलकत जाय लचकावत कमरिया
तनिको ना लेत बा आराम
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लड़की - बोलबम बोलत जाय हो कांवरिया
बाबा हो जटहवा के धाम
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कोरस - बोलबम बोलत जाय हो कांवरिया
बाबा हो जटहवा के धाम
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२ -अंतरा - लड़का - भूलल बटोहिया के रहिया देखावेले
अतने ना बाबा घर तक पहुचावेले
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लड़की भीम सिंह हउवे बाबा के पुजारिया
जल ढारे हर साल बनिके कांवरिया
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लड़का - जपन मुकेश जी पे बाबा के नजरिया
सुमीरे मुकेश पाल आठो रे पहरिया
बाबा हो जटहवा के नाम
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लड़की - बोलबम बोलबम बोलत कांवरिया
चला जाय भोले जी के धाम
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कोरस - बोलबम बोलबम बोलत कांवरिया
चला जाय भोले जी के धाम