Jaadu Hai Nasha Hai [Lofi]
M.M. KAREEM, NEELESH MISHRA
जादू है नशा है मदहोशीयाँ
तुझको भूलाके अब जाऊँ कहाँ
देखती है जिस तरह से तेरी नज़रें मुझे
मैं खुद को छुपाऊँ कहाँ
जादू है नशा है मदहोशीयाँ
तुझको भूलाके अब जाऊँ कहाँ
ये पल है अपना तो इस पल को जी लें
शोलों की तरहा जरा जल के जी लें
पल झपकते खो ना जाना
जो मिले हो आज हम को
दूर जाना नहीं
मिटादो सारी ये दूरीयाँ
जादू है नशा है मदहोशीयाँ
तुझको भूलाके अब जाऊँ कहाँ