Jab Saiyaan [Lofi Beat]
A M Turaz
जब सैयां आये शाम को
तो लग गये चाँद मेरे नाम को
जब सैयां आये शाम को
तो लग गये चाँद मेरे नाम को
सर पे रख के नाच फिरी मैं
हर जलते हुए इलज़ाम को
जब सैयां आये शाम को
तो लग गये चाँद मेरे नाम को
दीवार-ओ-दर, चौखट-वौखट
बन गए हैं सब सहेली
ये कुछ पूछे, वो कुछ पूछे
कितने जवाब दूँ मैं अकेली
हज़ारों काम मिल गए हैं
यूँ बैठे-बिठाए इस नाकाम को
जब सय्याँ आए शाम को
तो लग गए चाँद मेरे नाम को