Jab Tum [Female]

Nasir Faraz, Sanjeev Darshan

तसवीर की ताराह है
ये जो खुशनसीब लमहे
चाहत मे घुल गइ है
मेरे दिल के करीब लम्हे
कोइ बात मुजसे केहते हो जब तुम(जब तुम)
बेचैन मुजमे रहते हो जब तुम(येह येह)
मेरे लबो पे हस्ते हो जब तुम(जब तुम)
मेरी साँसों में पिघलते हो जब तुम
जब तुम जब तुम जब तुम
पा रा रा रा पा रा रा रा

मद्धम हवा ने फूलो से
खुशबु चुराई है
परदे हटा के रोशनी
खिड़की से आयी है
कागज़ पे प्यार लिखते हो जब तुम
मुज से छिपाने लगते हो जब तुम हो
रातों में मेरी जगते हो जब तुम(जब तुम)
मेरी यादों से लिपट ते हो जब तुम
जब तुम जब तुम जब तुम

तुमने मुजसे मांग ली मेरी ये जिंदगी
अब तो अपनी याद में आती नहीं कहीं
आहिस्ता से पास आते हो जब तुम (जब तुम)
फिर बेवजह मुस्कुराते हो जब तुम
मुझे मुजसे ही चुरा ते हो जब तुम
मेरी आँखों में डूब जाते जब तुम
जब तुम जब तुम जब तुम

जब तुम ओ जब तुम जब तुम ओ
जब तुम

Wissenswertes über das Lied Jab Tum [Female] von Shreya Ghoshal

Wer hat das Lied “Jab Tum [Female]” von Shreya Ghoshal komponiert?
Das Lied “Jab Tum [Female]” von Shreya Ghoshal wurde von Nasir Faraz, Sanjeev Darshan komponiert.

Beliebteste Lieder von Shreya Ghoshal

Andere Künstler von Indie rock