Tujhe Bhi Chand
तुझे भी चाँद
तुझे भी चाँद
ज़रा सा दिखता है क्या
जला सा दिखता है क्या
अपने घर से
तुझे आसमान
ये नीला दिखता है क्या
ये गीला दिखता है क्या
अपने घर से
ह्म ये तेरे आँखों में
भरा रहता है क्यूँ
ये तेरी राहों में
खड़ा रहता है क्यूँ
इन गलियों में भी
सुकून बिकता है क्या
ज़रा सा दिखता है क्या
जला दिखता है क्या
अपने घर से
तुझे भी चाँद ज़रा सा
आ.. ये गहरी नींद
जगा देता है यूँ
या बेरी मॅन च्चला
देता है यूँ
इस चिलमन पे भी
वो टित्कता है क्या
ज़रा सा दिखता है क्या
जला सा दिखता है क्या
अपने घर से
तुझे आसमान
ये नीला दिखता है क्या
ये गीला दिखता है क्या
अपने घर से
तुझे भी चाँद ज़रा सा
ऊओ
एयेए