Ek Tu Hi Toh Hai
रूह से जुदा है तू
हमसफ़र जो हुआ है तू
दौड़ता है तू सीने में
धड़कने बून रहा है तू
आदत नहीं है तू तो
फितरत है मेरी
बदलेगी ना जब तक
ये चाहत है तेरी
वादा है तुझसे
जाऊंगा ना कहीं
तां ज़िंदगी हूँ मैं तेरा
एक तू ही तो है
एक तू ही तो है
एक तू ही तो है
सब तू ही है मेरा
एक तू ही तो है
एक तू ही तो है
एक तू ही तो है
रब तू ही है मेरा
लम्हें बेकार थे
तू शाम जब ना था
इश्क़ मुझमे भी था लेकिन
मैं खुद मुखातिब ना था
दरिया को है मेरे
वो समुंदर मिल गया
जरिया जीने का
तेरे अंदर मिल गया
ख्वाइश है जब कभी
निकले तो दम मेरा
कंधे पे सर हो तेरा
एक तू ही तो है
एक तू ही तो है
एक तू ही तो है
सब तू ही है मेरा
एक तू ही तो है
एक तू ही तो है
एक तू ही तो है
रब तू ही है मेरा
पहले आयी ना ये बारिशें
तूने मेरा पता दे दिया इन्हें
तारीखों में गुज़रे थे दिन
था बेवजह जागना
दुनिया की अब मुझे
ज़रुरत है कहाँ
तेरी बाहों में मेरे
है दोनों जहाँ
संग तेरे तै करूँ
जन्नत का रास्ता
अब और क्या मांगना
एक तू ही तो है
एक तू ही तो है
एक तू ही तो है
सब तू ही है मेरा
एक तू ही तो है
एक तू ही तो है
एक तू ही तो है
रब तू ही है मेरा
रब तू ही है मेरा