Qissa-E-Gham Mein

FAYAZ HASHMI, KHALIL AHMED

क़िस्सा ए ग़म में तेरा नाम ना आने देंगे
क़िस्सा ए ग़म में तेरा नाम ना आने देंगे
हम तेरे प्यार पे इल्ज़ाम ना आने देंगे
क़िस्सा ए ग़म में तेरा नाम

दिल तो टूटा है ना टूटे गा
मगर एहदे ए वफ़ा
दिल तो टूटा है ना टूटे गा
मगर एहदे ए वफ़ा
जल्के इश्स आग में
हम राख भी
हो जायें तो क्या
लब पे हम आहों का
पैगाम ना आने देंगे
हम तेरे प्यार पे इल्ज़ाम ना आने देंगे
क़िस्सा ए ग़म में तेरा नाम

गर तेरे ग़म में
फिरे चाक गेरीबान हो कर
तेरे कूचे से
ना गुजरेंगे गे परेशां हो कर
हम कभी तुझको
लब ए बां
ना आने देंगे
हम तेरे प्यार पे इल्ज़ाम ना आने देंगे
क़िस्सा ए ग़म में तेरा नाम ना आने देंगे
क़िस्सा ए ग़म में तेरा नाम

Wissenswertes über das Lied Qissa-E-Gham Mein von मेहदी हस्सान

Wer hat das Lied “Qissa-E-Gham Mein” von मेहदी हस्सान komponiert?
Das Lied “Qissa-E-Gham Mein” von मेहदी हस्सान wurde von FAYAZ HASHMI, KHALIL AHMED komponiert.

Beliebteste Lieder von मेहदी हस्सान

Andere Künstler von Film score