Jai Jai Kedara
कर्पूरगौरं करुणावतारं
संसारसारं भुजगेन्द्रहारम्
सदा बसन्तं हृदयारबिन्दे
भबं भवानीसहितं नमामि
पद्मासन में ध्यान लगाए मौन है
वीराने में तपता योगी कौन है
माँद न कोई तारा, डमरू कभी कभारा
अदमुंदी आँखों से, सब देख रहा संसारा
नाद न कोई तारा, डमरू कभी कभारा
अदमुंदी आँखों से, सब देख रहा संसारा
जो नाथों के नाथ कहाते
याचक बूटी बेल चढ़ाते
जातक झूम झूम के गाते ओमकारा
जो नाथों के नाथ कहाते
याचक बूटी बेल चढ़ाते
जातक झूम झूम के गाते ओमकारा
अर्ध चंद्रमा माथे पे साजे
वक्षस्थल कपाल बिराजे
जटा चक्र से बहती निर्मल शिव धारा
हर हर शिव शम्भू
जय जय केदारा
हर हर शिव शम्भू
जय जय केदारा
हर हर शिव शम्भू
जय जय केदारा
हर हर शिव शम्भू
जय जय केदारा
हर हर शिव शम्भू
जय जय केदारा
हर हर शिव शम्भू
जय जय केदारा
हर हर शिव शम्भू
जय जय केदारा
हर हर शिव शम्भू
जय जय केदारा