Jab Suna Suna Tumhen
जब सुना सुना तुम्हें लगे जीवन अपना
जब सुना सुना तुम्हें लगे जीवन अपना
तुम मुझे बुलाना मैं गुंजन बन आऊंगा
जब सुना सुना तुम्हें लगे जीवन अपना
जिस दिन तक बाघियाँ में भंवरो की रहे भीड़
उस दिन तुम मत आने देने मुझे पास
जिस दिन तक बुलबुल गाती रहे बहारो को
उस दिन तक मत पुचचाना मैं क्यूँ हूँ उदास
लेकिन जिस दिन पथ पर सपनो की धूल उड़े
लेकिन जिस दिन पथ पर सपनो की धूल उड़े
तुम मुझे बुलाना मैं चंदन बन आऊंगा
जब सुना सुना तुम्हें लगे जीवन अपना
मेरा मॅन तो हैं क़ैद कफ़न के घूँघट में
तन मरघाट के हाथो का एक खिलोना हैं
ये मेरी साँसे मेरी ही ज़ंजीरे हैं
कुछ घ्यात नही इस जगह मुझे कब सोना है
इस पर भी यदि शृंगार तुम्हें मेरा भाए
इस पर भी यदि शृंगार तुम्हें मेरा भाए
तुम मुझे बुलाना मैं दर्पण बन आऊंगा
जब सुना सुना तुम्हें लगे जीवन अपना
जब सुना सुना तुम्हें लगे जीवन अपना
तुम मुझे बुलाना मैं गुंजन बन आऊंगा
जब सुना सुना तुम्हें लगे जीवन अपना