Para Para Hua
Ghulam Ali
आ आ आ आ आ
आ आ आ आ आ
आ आ आ आ आ
पारा पारा हुआ पैराहनए जाँ
पारा पारा पारा पारा पारा पारा पारा पारा
पारा पारा हुआ पारा पारा हुआ पैराहन ए जाँ
फिर मुझे छोड़ गये चारागराँ
पारा पारा हुआ पैराहन ए जाँ
पारा पारा हुआ
कोई आहट, न इशारा, न शराब
कोई आहट कोई आहट
कोई आहट न इशारा, न शराब
कैसा वीराँ है ये दश्त ए इम्काँ
कैसा वीराँ है कैसा वीराँ कैसा वीराँ कैसा वीराँ
कैसा वीराँ है ये दश्त ए इम्काँ
फिर मुझे छोड़ गये चारागराँ
पारा पारा हुआ पैराहन ए जाँ