Woh Ek Dard

Dipti Mishra

वो एक दर्द जो मेरा भी है, तुम्हारा भी
वो एक दर्द जो मेरा भी है, तुम्हारा भी
वो ही सज़ा है मगर है वो ही सहारा भी
वो एक दर्द जो मेरा भी है, तुम्हारा भी

तेरे बग़ैर कोई पल गुज़र नहीं पाता
तेरे बग़ैर कोई पल गुज़र नहीं पाता
तेरे बग़ैर ही इक उम्र को गुज़ारा भी
वो ही सज़ा है मगर है वो ही सहारा भी
वो एक दर्द जो मेरा भी है, तुम्हारा भी

तुम्हारे साथ कभी जिसने बेवफ़ाई की
तुम्हारे साथ कभी जिसने बेवफ़ाई की
किसी तरहा न हुआ फिर वो दिल हमारा भी
वो ही सज़ा है मगर है वो ही सहारा भी
वो एक दर्द जो मेरा भी है, तुम्हारा भी

तेरे सिवा न कोई मुझसे जीत पाया था
तेरे सिवा न कोई मुझसे जीत पाया था
तुझी से मात मिली है मुझे दुबारा भी
वो ही सज़ा है मगर है वो ही सहारा भी
वो एक दर्द जो मेरा भी है, तुम्हारा भी
आ आ आ आ आ आ आ, आ आ आ आ आ

Wissenswertes über das Lied Woh Ek Dard von Ghulam Ali

Wann wurde das Lied “Woh Ek Dard” von Ghulam Ali veröffentlicht?
Das Lied Woh Ek Dard wurde im Jahr 2013, auf dem Album “Hasratein” veröffentlicht.
Wer hat das Lied “Woh Ek Dard” von Ghulam Ali komponiert?
Das Lied “Woh Ek Dard” von Ghulam Ali wurde von Dipti Mishra komponiert.

Beliebteste Lieder von Ghulam Ali

Andere Künstler von Film score