Nani Maa Lori
JAVED AKHTAR, NAGRATH RAJESH ROSHAN
हसीन प्यारी बोली
शहेड के जैसे मीठी
है नरम जैसी
रूही नानी मा
कहानियाँ सुनती
पहलियाँ बुजाति
तपाक तपाक
सुलाती नानी मा
तुम्ही हो मेरी लॉरी
तुम्ही मेरी कहानी
तुम्हारा प्यार बचपन
की एक हसीन निशानी
तुम्ही ने दी थी गुड़िया
जो थी मेरी सहेली
तुम्हारा ही था आँगन
मैं कल थी जिस में खेली
तुम्ही ने था बताया
है रंग कितने सारे
तुम्ही ने था बताया
है फूल कितने प्यारे
तुम्ही ने था सिखाया
बड़ों से कैसे बोलूं
तुम्ही ने था सिखाया
दुपट्टा कैसे ओढूं
वो प्यार से बुलाती
वो प्यार से सिखाती
वो कुछ ना कुछ
बताती नानी मा
तुम्ही ने मेरे दिल में
मोहब्बतें हैं घोली
तुम्ही से तो सुनी थी जो
बोलती हूँ में बोली
तुम्ही ने तो कहा था
जो बोलता नैन हैं
हमेशा याद रखना
के ज़िंदगी हसीन हैं
वो हर सुभह
मिठाएया खिलाती
हमेशा मुस्कुराती नानी मा
हसीन प्यारी बोली
शहेड के जैसे मीठी
है नरम जैसी रूही नानी मा.