Tu Le Chal Mujhe
इश्स कायानात की रूह का एक हिस्सा है हम
अल्फ़ाज़ तो उसीके है बस आवाज़ हमारी है
हम सिर्फ़ दोाने
तू ले चल मुझे हन ले चल मुझे
तू ले चल मुझे हन ले चल मुझे
मेरे साई का पहरा जहाँ पे है
खुश्बुओ का डेरा जहाँ पे है
बिच्चे हो फूलों की काली जहाँ
तू ले चल मुझे हन ले चल मुझे
तू ले चल मुझे हन ले चल मुझे
तिनको की कतार में मैं हूँ खड़ा
ख्वाजा की नज़र मुझपे पद जायें
तिनको की कतार में मैं हूँ खड़ा
ख्वाजा की नज़र मुझपे पद जायें
समा जाो मैं उसकी आघोष में
इश्स दिल में उसी की ही साँसें चले
इश्स दिल में उसी की ही साँसें चले
तू ले चल मुझे हन ले चल मुझे
तू ले चल मुझे हन ले चल मुझे
इंशाह की इनायत जहाँ पे है
मेरे रब की रहमत जहाँ पे है
नूवर-ए-सूरज करें रूह को रोशन जहाँ
तू ले चल मुझे हन ले चल मुझे
तू ले चल मुझे हन ले चल मुझे
बुलबुला हूँ बस मैं तो पानी का
वक़्त की धारा में यूउन ही बहता हुवा
बुलबुला हूँ बस मैं तो पानी का
वक़्त की धारा में यूउन ही बहता हुवा
सागर की गोद में मैं हूँ पाला
ईसा तू मुझको फिर उससे मिला
ईसा तू मुझको फिर उससे मिला
तू ले चल मुझे हन ले चल मुझे
तू ले चल मुझे हन ले चल मुझे
नानक की निगाह जहाँ पे है
सब्र संयम की राह जहाँ पे है
हो हवाओ में जन्नाटो के आब्रर जहाँ
तू ले चल मुझे हन ले चल मुझे
तू ले चल मुझे हन ले चल मुझे
तू ले चल मुझे हन ले चल मुझे
तू ले चल मुझे हन ले चल मुझे
मेरे साई का पहरा जहाँ पे है
खुश्बुओ का डेरा जहाँ पे है
इंशाह की इनायत जहाँ पे है
मेरे रब की रहमत जहाँ पे है
नानक की निगाह जहाँ पे है
सब्र संयम की राह जहाँ पे है
नूवर-ए-सूरज करें रूह को रोशन जहाँ
तू ले चल मुझे