Baat Karni Tujhey
आ आ आ आ
बात करनी मुझे मुश्किल कभी ऐसी तो न थी
बात करनी मुझे मुश्किल कभी ऐसी तो न थी
जैसी अब है तेरी महफ़िल कभी ऐसी तो न थी
बात करनी
ले गया छीन के कौन आज तेरा सब्र-ओ-क़रार
ले गया छीन के कौन आज तेरा सब्र-ओ-क़रार
बेक़रारी तुझे ऐ दिल कभी ऐसी तो न थी
बात करनी मुझे मुश्किल कभी ऐसी तो न थी
बात करनी
उसकी आँखों ने ख़ुदा जाने किया क्या जादू
उसकी आँखों ने ख़ुदा जाने किया क्या जादू
के तबीयत मेरी मायल कभी ऐसी तो न थी
बात करनी
चश्म-ए-क़ातिल मेरी दुश्मन थी हमेशा लेकिन
चश्म-ए-क़ातिल मेरी दुश्मन थी हमेशा लेकिन
जैसी अब हो गई क़ातिल कभी ऐसी तो न थी
बात करनी मुझे मुश्किल कभी ऐसी तो न थी
जैसी अब है तेरी महफ़िल कभी ऐसी तो न थी