Duniya Kisie Ke Pyar Mein
दुनिया किसी के प्यार में जन्नत से कम नहीं
इक दिलरुबा है दिल में जो हूरों से कम नहीं
दुनिया किसी के प्यार में
तुम बादशाह-ए-हुस्न हो हुस्न-ए-जहान हो
तुम बादशाह-ए-हुस्न हो हुस्न-ए-जहान हो
जान-ए-वफ़ा हो और मुहब्बत की शान हो
जलवे तुम्हारे हुस्न के तारों से कम नहीं
दुनिया किसी के प्यार में
भूले से मुस्कराओ तो मोती बरस पड़ें
भूले से मुस्कराओ तो मोती बरस पड़ें
पलकें उठा के देखो तो कलियाँ भी हँस पड़ें
ख़ुश्बू तुम्हारी ज़ुल्फ़ की फुलों से कम नहीं
दुनिया किसी के प्यार में जन्नत से कम नहीं
इक दिलरुबा है दिल में जो हूरों से कम नहीं
दुनिया किसी के प्यार में