Jab Pukara Hai Tujhe

MEHDI HASSAN, MOHSIN EHSAN

आ आ आ आ आ आ (आ आ आ)
आ आ आ आ आ आ

जब पुकारा है तुझे अपनी सदा आई है
जब पुकारा है तुझे अपनी सदा आई है
जब पुकारा है
दिल की दीवार से लिपटी हुई तन्हाई है
जब पुकारा है तुझे अपनी सदा आई है
जब पुकारा है

है कोई जौहरी अश्क़ों के नगीनों का यहाँ
अश्क़ों के नगीनों का यहाँ
नगीनों का यहाँ
नगीनों का यहाँ
है कोई जौहरी अश्क़ों के नगीनों का यहाँ
आँख बाज़ार में इक जिंस-ए-गिराँ लाई है
आँख बाज़ार में इक जिंस-ए-गिराँ लाई है
जब पुकारा है तुझे अपनी सदा आई है
जब पुकारा है

दिल की बस्ती में दिल की बस्ती में
दिल की बस्ती में तुम आये हो तो क्या पाओगे
क्या पाओगे दिल की बस्ती में
दिल की बस्ती में तुम आये हो तो क्या पाओगे
अब यहाँ कोई तमाशा न तमाशाई है
अब यहाँ कोई तमाशा न तमाशाई है
जब पुकारा है तुझे अपनी सदा आई है
जब पुकारा है

दिल भी आबाद है इक शहर-ए-ख़मोशाँ की तरह
आ आ आ आ आ
दिल भी आबाद है आबाद है
आबाद है
दिल भी आबाद है इक शहर-ए-ख़मोशाँ की तरह
लोग मगर आलम-ए-तन्हाई है
हर तरफ लोग मगर आलम-ए-तन्हाई है
जब पुकारा है तुझे अपनी सदा आई है
जब पुकारा है
दिल की दीवार से लिपटी हुई तन्हाई है
जब पुकारा है तुझे अपनी सदा आई है
जब पुकारा है

Wissenswertes über das Lied Jab Pukara Hai Tujhe von मेहदी हस्सान

Wer hat das Lied “Jab Pukara Hai Tujhe” von मेहदी हस्सान komponiert?
Das Lied “Jab Pukara Hai Tujhe” von मेहदी हस्सान wurde von MEHDI HASSAN, MOHSIN EHSAN komponiert.

Beliebteste Lieder von मेहदी हस्सान

Andere Künstler von Film score