Ram Sita
रूत बसंती
छा गई लो बात चारो ओर
पतझर के झोको से मौसमवा
सारा बौर मौसमवा सारा बौर
राम सीता संग द्वारे पे खड़े है आओ सखी
राम सीता संग द्वारे पे खड़े है आओ सखी
कोई छुटी कातो आखे आए न किस्मत पे यकिं
पेड़ो से तेरे हुआ रोशन
आंगन के दिए गए मथम
दिल का रिश्ता के आगनवा
खुशियों से चेहरे ये मनवा
कितना संजुग से आए मनवा रे
दिल का रिश्ता के अगनवा
खुशियों से चेहरे ये मनवा
कितना संजुग से आए मनवा रे
कितना संजुग से आए मनवा रे
कुसुम रंगो में लगे तू प्यारे (आ आ आ)
घर का आंगन को लगे फूलवा रे
आ आ आ
कुसुम रंगो में लगे तू प्यारे (आ आ आ)
घर का आंगन को लगे फूलवारि
आये कुमकुम पेड़ो से चल के
रोके ना रुके न आए चल केर
मेरे आखों के मेरे होठों से हो गई अनबन
आने वाले खुशी का दिल को मेरे दे आश्वासन
आंखों के तारे ने पाया आंखों का तारा
राम सीता संग ध्वरे पे खरे है आओ सखी
कोई छुटी कातो आखे आए न किस्मत पे यकिं
पेड़ो से तेरे हुआ रोशन
आंगन के दिए गए मथम
हम्म हम्म आ आ आ
हम्म हम्म आ आ आ
हम्म हम्म आ आ आ
हम्म हम्म आ आ आ देरे ना